बुजुर्ग विकलांग को दबंगों ने पीटा
दादरी कोतवाली क्षेत्र के बढपुरा गांव में रहने वाले एक बुजुर्ग विकलांग को दबंगों ने जमकर मारपीट की

ग्रेटर नोएडा। दादरी कोतवाली क्षेत्र के बढपुरा गांव में रहने वाले एक बुजुर्ग विकलांग को दबंगों ने जमकर मारपीट की। आरोप है कि दबंग उसकी ढाई बीघा जमीन अपने नाम कराने का दबाव बना रहे थे। पीड़ित ने दबंगों की शिकायत दादरी कोतवाली में की,लेकिन पुलिस ने दबंगों के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया। बुजुर्ग विकलांग ने अपने पर ऊपर हुए हमले की शिकायत पुलिस अधिकारियों से की।
दादरी कोतवाली क्षेत्र के बढपुरा गांव में रहने वाले सुरेन्द्र सिंह पुत्र राज सिंह अविवाहित है व पैर और बायां हाथ से विकलांग है। 2 जनवरी को रात के समय उनके घर में गांव में रहने वाले अरविन्द, संजय, रघुराज और अमन अपने हाथों में तमंचा, डंडे, लेकर घुसे व उसकी जमीन को ढाई बीघा जमीन को अपने नाम करवाने का दबाव बनाने लगे।
सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि दबंगों से मना करने पर आरोपी मारपीट कर फरार हो गए। दबंगों के फरार होते समय पड़ोस में रहने वाले हिरदेश, प्रताप रावल ने देख लिया और शोर मचा दिया। पीड़ित विकलांग अपने साथ हुई मारपीट की शिकायत करने कोतवाली गया, लेकिन पुलिस ने पहले इलाज करवाने की बात कह कर टाल दिया। पुलिस ने कई दिनों बाद भी सुरेन्द्र सिंह के साथ हुई दबंगों द्वारा मारपीट का मामला दर्ज नहीं किया।
आरोप है कि दस साल पूर्व रघुराज ने पीड़ित सुरेन्द्र सिंह से मकान अपनी पत्नी के नाम करवा लिया था व 200 वर्ग गज के प्लाट को अरविन्द ने अपनी पत्नी के नाम करवा लिया था जिसका पैसा नहीं दिया। सुरेन्द्र सिंह ने प्लाट का पैसा मांगा तो उसे जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित ने अपनी शिकायत पुलिस अधिकारियों से की। एसपी देहात सुनिति ने बताया कि मामले की शिकायत अभी मेरे पास नहीं आई है शिकायत मिलते ही जांच करवा कर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
ऑपरेशन क्लीन के तहत हुई पूछताछ
रबूपुरा में एसपी देहात के दिशा निर्देशन अनुसार चलाए जा रहे आपरेशन क्लीन के तहत सोमवार को रबूपुरा कोतवाली क्षेत्र में लूट, डकैती, चोरी, नकबजनी, जेल से रिहा हुए व गैंगस्टर में शामिल अपराधियों से पुलिस द्वारा पूछताछ कर उनकी गहनता के साथ जांच पड़ताल की गई। कोतवाली प्रभारी राजवीर सिंह चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि उच्चाधिकारियों निर्देशानुसार आपरेशन क्लीन अभियान चलाया जा रहा है।
इसी के चलते आपराधिक गतिविधियों व गैंगस्टर में शामिल रहे व्यक्तियों को कोतवाली लाया गया तथा उनसे गहनता के साथ पूछताछ की गई तथा उनके डोजियर (पूर्व इतिहास) तैयार किए गए। साथ ही पुलिस इनके वर्तमान कार्यप्रणाली पर भी सख्त नजर बनाए हुए हैं।


