भोपाल: चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में मध्य प्रदेश लगातार आगे बढ़ता जा रहा है एक समय था जब मध्य प्रदेश में मेडिकल कॉलेज उंगलियों पर गिने जा सकते थे लेकिन वर्तमान में मध्य प्रदेश में मेडिकल कॉलेज की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। और अब मध्य प्रदेश में मेडिकल कॉलेज की कुल संख्या 35 पहुंच जाएगी डॉक्टर बनने का सपना देख नीट की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए यह खबर बहुत सुकून देने वाली है।
मध्य प्रदेश के जिला अस्पतालों को पीपीपी मोड पर देकर मेडिकल कॉलेज खोलने का निर्णय सरकार ने लिया था इस निर्णय के 15 दिन बाद ही प्रदेश सरकार ने तीन जिलों में इस तरह के मेडिकल कॉलेज खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दिए हर जिले के कॉलेज में प्रारंभ में एमबीबीएस की 100 सीटों की अनुमति रहेगी लोग स्वस्थ एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने इसके लिए निवेक्षकों से आवेदन मांगे हैं मैं में निवेशकों कचयन पूरा कर लिया जाएगा इस योजना के तहत उन जिलों में मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे जहां के जिला अस्पताल में कम से कम 300 बेड होंगे और ओपीडी भी सुचारू रूप से चल रही होगी।
इस योजना के तहत जिन तीन जिलों का चयन किया गया है उसमें कटनी पन्ना और मुरैना है। अभी तक मुरैना जिले के नागरिकों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए ग्वालियर या आगरा पर निर्भर रहना पड़ता था लेकिन मेडिकल कॉलेज की सुविधा शुरू होने के बाद जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं का विकास होगा जिससे यहां के नागरिकों को इलाज के लिए शहर से बाहर नहीं जाना पड़ेगा।