बिलासपुर। लोक निर्माण विभाग संभाग क्रमांक एक के वरिष्ठ लिपिक सुरेश कुमार गुप्ता को निलंबित कर दिया गया है। गुप्ता पर टीडीआर और बैंक गारंटी के कागजात पर हेराफेरी करने का आरोप लगा। संस्पेशन के पहले गुप्ता के खिलाफ जांच निर्णय गई थी।
टीम ने आरोपों को सही पाया। इस दौरान गुप्ता से पूछताछ भी हुई। लोक निर्माण विभाग संभाग एक के मुख्य लिपिक सुरेश कुमार गुप्ता को मुख्य कार्यपालन अभियंता की अनुशंसा पर सस्पेंड कर दिया गया है।
गुप्ता पर आरोप है कि उन्होंने टीडीआर और करोड़ों की बैंक गारंटी दस्तावेजों में हेराफेरी की है। जानकारी के करीब पंद्रह-बीस दिन पहले डिवीजन एक के ईई महेश्वर प्रसाद यहायक शाम को कार्यालय पहुंचे। इस दौरान एस के गुप्ता को फाइलों के साथ छेड़छाड़ करते पाया।
प्रसाद ने एस के गुप्ता के शर्ट ओर बैग से कई टीडीआर और अनुबंध के सरकारी दस्तावेज भी जब्त किए। इसके बाद महेश्वर प्रसाद ने मामले की जानकारी मुख्य कार्यपालन अभियंता को दी।
प्रसाद ने बताया कि घटना के समय कार्यालय का एक अन्य लिपिक बलचंद्र भी मौजूद था। दोनों मिलकर टर्न डिपाचर रिसिप्ट अनुबंध और बैंक गारंटी फैलाकर छेड़छाड़ करते हुए पाए गये थे। सभी कागजात टेबल पर फैले हुए थे।
सीई को सूचना के बाद पंचनामा की कार्रवाई भी हुई। इसके बाद केबिन को सील किया गया मामले की जांच के लिए अधीक्षण अभियंता ने 5 सदस्यीय जांच टीम का गठन किया।
जानकारी के अनुसार जांच टीम ने रिपोर्ट पेश कर दी है रिपोर्ट के आधार और सीई मंथान की अनुशंसा पर वरिष्ठ लिपिक एस के गुप्ता को निलंबित कर दिया गया है। निलंबन के दौरान गुप्ता पर अटैच की कार्रवाई की गई है। अग्रिम कार्रवाई तक गुप्ता को जीविकोपार्जन के लिए गुजारा भत्ता के रूप में वेतन दिया जाएगा।