11 अप्रैल को पटना के गांधी मैदान में होगी 'बिहार बदलाव रैली' : प्रशांत किशोर

बिहार में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटे जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने वक्फ और राज्य के वर्तमान राजनीतिक हालात पर अपनी राय जाहिर की

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11 अप्रैल को पटना के गांधी मैदान में होगी बिहार बदलाव रैली  प्रशांत किशोर
File Photo
एजेंसी
Updated on : 2025-04-06 08:54:27

पटना। बिहार में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटे जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने शनिवार को वक्फ और राज्य के वर्तमान राजनीतिक हालात पर अपनी राय जाहिर की। उन्होंने कहा कि उनका वक्फ को लेकर विरोध किसी धर्म या समुदाय के खिलाफ नहीं, बल्कि उस राजनीतिक प्रक्रिया के खिलाफ है, जो समाज के विभिन्न वर्गों के साथ किए गए वादों और आश्वासनों के विरुद्ध है।

प्रशांत किशोर ने कहा कि देश के निर्माण के वक्त जो वादा शीर्ष नेताओं ने समाज के हर वर्ग से किया था, उसे तोड़ने की बजाय मजबूत किया जाना चाहिए था। यदि वक्फ जैसी योजनाओं में बदलाव की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं, तो समाज के प्रभावित वर्गों से संवाद करना और उन्हें विश्वास में लेना चाहिए, जो कि इस समय नहीं हो रहा है।

उन्होंने कहा कि बिहार में अगले छह महीने में चुनाव होने वाले हैं, और इस दौरान जनता अपना फैसला लेगी। भाजपा के नेताओं की विचारधारा तो स्पष्ट है, उन्हें जो करना है वे कर रहे हैं। लेकिन, बिहार की जनता ने देखा है कि कैसे नीतीश कुमार और उनकी सरकार ने मुस्लिम समुदाय के साथ धोखा किया है। इससे पहले लालू यादव की भूमिका पर भी प्रशांत किशोर ने सवाल उठाए और कहा कि बिहार की जनता ने अब तक लालू परिवार के धोखेबाज रवैये को भी पहचान लिया है।

जन सुराज के संस्थापक ने कहा कि बिहार में बदलाव की सख्त आवश्यकता है। यह बदलाव अब सिर्फ राजनीतिक शब्दों तक सीमित नहीं रह सकता, बल्कि भ्रष्टाचार को खत्म करना, पलायन को रोकना, और बच्चों के लिए शिक्षा की व्यवस्था को बेहतर बनाना वक्त की जरूरत है। बिहार में तीन दशकों से सत्ता में रही लालू, नीतीश और भाजपा की गठबंधन सरकारों से बदलाव की मांग जनता के बीच जोर पकड़ रही है।

उन्होंने कहा कि इस बदलाव की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए 11 अप्रैल को गांधी मैदान में जन सुराज की "बिहार बदलाव रैली" आयोजित होगी, जिसमें राज्य भर से लोग एकजुट होंगे। यह रैली उन लोगों के लिए एक मंच बनेगी, जो मानते हैं कि बिहार को एक नई दिशा की जरूरत है, एक ऐसी व्यवस्था जो राज्य को दूसरे विकसित राज्यों के समान आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर सके।

प्रशांत किशोर ने कहा कि इस रैली के लिए दोपहर तीन बजे गांधी मैदान में इकट्ठा होने वाले लोग बिहार में एक नई राजनीति की शुरुआत के लिए तैयार हैं, जो बिहार की बेहतरी की दिशा में काम करेगी।

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