गजेन्द्र इंगले
भोपाल: मध्यप्रदेश के महाविद्यालयों में परीक्षा सत्र शुरू होने वाला है। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने परीक्षा संचालन में पारदर्शिता के लिए परीक्षा केन्द्रों के प्रत्येक कक्ष में सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि परीक्षा केन्द्रों पर वीक्षण पर्यवेक्षण कार्य में संलग्न शिक्षकों की ड्यूटी निरंतर परिवर्तित की जाए। परीक्षा में पारदर्शिता के लिए उच्च शिक्षा विभाग कई अहम बदलाव करने जा रहा है।
डॉ. यादव ने कहा कि संभाग, जिला एवं तहसील स्तर पर स्थित महाविद्यालयों में पदस्थ शिक्षकों की वीक्षकीय कार्य के लिए ड्यूटी एक महाविद्यालय से दूसरे महाविद्यालय में लगाई जाए। एक वर्ष यदि किसी शिक्षक की ड्यूटी किसी महाविद्यालय में लगाई जाती है तो आगामी वर्ष उसी महाविद्यालय में उनकी ड्यूटी पुन: न लगाई जाकर अन्य महाविद्यालय में लगाई जाना सुनिश्चित हो। अनुदान प्राप्त महाविद्यालय में स्थापित परीक्षा केन्द्रों में पर्यवेक्षक का कार्य शासकीय महाविद्यालय के शिक्षकों से ही कराया जाए। यदि वीक्षक कम हों तो शोधार्थियों की ड्यूटी भी लगाई जाए। पुलिस व राजस्व विभाग की ड्यूटी भी सुनिश्चित की जाए। पर्याप्त संख्या में उड़नदस्ते की व्यवस्था हो। नकल प्रकरणों पर कड़ाई से कार्यवाही की जाए।
उच्च शिक्षा मंत्री के इस आदेश से साफ है कि इस वर्ष होने वाली परीक्षाओं में सख्ती देखने को मिलेगी। एक और पारदर्शिता का लाभ मेहनती छात्रों को मिलेगा तो वहीं सीसीटीवी के प्रयोग से नकल पर सख्ती होगी और शॉर्टकट अपनाने वाले छात्रों पर लगाम लगेगी। उड़नदस्तों, पुलिस व राजस्व के सहयोग से सुदूर क्षेत्रो में भी परीक्षा सुचारू रूप से संचालित हो सकेगी।