• फिल्मी स्टाइल में कराया खुद का अपहरण, छोड़ गया ऐसे सुराग कि पकड़ा गया

    अपह्रत ने स्वीकारा कि सोची समझी साज़िश के तहत उसने बड़ागांव में रहने वाले दो दोस्तों भूरा यादव और रामदास पाल की मदद से खुद के अपहरण का नाटक रचा था। इससे पहले उसने बॉलीवुड की एक फिल्म देखी थी जिसके कुछ शॉट्स से वह बेहद प्रभावित हुआ था। बाद में उसी स्टाइल में वारदात को अंजाम दिया गया

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    गजेन्द्र इंगले
     
    ग्वालियर:  फिल्मी स्टाइल में हुए स्कूल वैन ड्राइवर के कथित अपहरण कांड का ग्वालियर पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस के अनुसार, कर्जदारों और कोर्ट से बचने के लिए अपह्रत ने खुद की किडनेपिंग की साज़िश रची थी। बताया जा रहा है कि अपनी किडनेपिंग को सफल बनाने के लिए अपह्रत ने बॉलीवुड की एक फिल्म का सहारा लिया और फिर दो साथियों की मदद से वारदात कारित कराई। वहीं अब अपह्रत और उसके दोनों साथी पुलिस की गिरफ्त में हैं।
     
    21 दिसम्बर को पुलिस को सूचना मिली कि मुरार थाना अंतर्गत आगरा - झांसी हाईवे पर स्थित राम श्याम ढाबे के पास से कट्टे की नोंक पर एक स्कूल वैन ड्राइवर परमाल माहौर को बाईक सवार दो बदमाशों ने अगुवा कर लिया है।
     
    वारदात के दौरान स्कूल वैन में बच्चे भी सवार थे। सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई। शहर की नाकाबनदी कर दी गई। साथ ही क्राइम ब्रांच और मुरार थाना पुलिस की मदद से वैन में सवार स्कूली बच्चों से अपह्रत के परिजन और उसके दोस्तों से पूछताछ की गई। पूछताछ में पुलिस को मालूम हुआ की परमाल नशे का आदि है और कुछ लोगों से उसने कर्जा भी ले रखा है।
     
    पुलिस के मुताबिक पिछले कुछ वर्षों से जमीन संबंधी विवाद को लेकर परमाल पर एक मामला भी न्यायालय में विचाराधीन है। इसके बाद पुलिस को परमाल के अपहरण की कहानी पर शक हुआ। उससे पहले स्कूली बच्चे भी पुलिस को बता चुके थे कि परमाल उन्हें वारदात से दो दिन पहले उसकी किडनेपिंग के बाद पुलिस को सूचना कैसे देना है, इसकी ट्रेनिग दे रहा था। 
     
    24 दिसम्बर को पुलिस को मुखबिर के जरिए सूचना मिली कि परमाल को आंतरी में उसके समधी के घर देखा गया है। इसके बाद क्राइम ब्रांच और मुरार थाना पुलिस ने दविश देकर परमाल को उसके समधी के घर से दस्तयाब कर लिया। परमाल से जब पुलिस ने पूछताछ कि तब उसने स्वीकारा की सोची समझी साज़िश के तहत उसने बड़ागांव में रहने वाले दो दोस्तों भूरा यादव और रामदास पाल की मदद से खुद के अपहरण का नाटक रचा था। इससे पहले उसने बॉलीवुड की एक फिल्म देखी थी जिसके कुछ शॉट्स से वह बेहद प्रभावित हुआ था।
     
    बाद में उसी स्टाइल में वारदात को अंजाम दिया गया। परमाल ने पुलिस को बताया कि वह कर्जदारों की देनदारी से और जमीन संबंधी एक विवाद में कोर्ट के चक्कर लगाने से परेशान था। बकौल पुलिस परमाल खुद की किडनेपिंग कराकर एक तीर से कई निशाने करना चाह रहा था। पुलिस की त्वरित कार्रवाई व खुद की कमजोर स्क्रिप्ट दोनो ही ऐसी वजह रही कि परमाल अपने मंसूबों में सफल नहीं हो सका।
    फिलहाल पुलिस ने परमाल सहित उसके दोनों दोस्तों को पकड़ लिया है और वारदात में प्रयुक्त एक बाईक, एक देसी कट्टा और एक जिंदा राउंड भी बरामद किया है 

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