आईसीआईसीआई बैंक का कारनामा
बिलासपुर। चिल्हाटी गांव के रहने वाले एक युवक ने दो साल पहले आईसीआईसी बैंक में 15 तोला सोना गिरवी रखकर दो लाख रूपए कर्ज लिया था। आज जब युवक बैंक में पैसे लेकर सोना वापस लेने पहुंचा तो बैंक के अफसरों ने गिरवी सोने की नीलामी होना बताया और पीड़ित ग्राहक के खाते में 83 हजार रूपए जमा कर दिए।
आज पीड़ित व्यक्ति ने आईसीआईसीआई बैंक प्रबंधन के शिकायत दर्ज कराई है। पीड़ित का कहना है कि मैने दो लाख रूपए लोन लिए थे। पैसा जमा करने क बाद बंधक 15 तोला सोना बैंक वापस करें।
मिली जानकारी के अनुसार चिल्हाटी गांव के रहने वाले अरूण कुर्रे ने 21 सितम्बर 2016 को आईसीआईसीआई बैंक तेलीपारा शाखा में 15 तोला सोना गिरवी रखकर 2 लाख 31 हजार 840 रूपए ऋण लिया था।
लोन लेने के कुछ दिन बाद अरूण कुर्रे ने तेलीपारा शाखा खाता में जमा किया। इसके पहले भी ग्राहक ने 50 हजार रूपए बैंक में जमा किए। आज जब सुबह 10 बजे अरूण कुर्रे शेष बकाया रकम लेकर बैंक पहुंचा और बैंक प्रबंधन से मिलकर रकम जमा करने एवं 15 तोला सोना वापस मांगा तो बैंक प्रबंधन ने दो टूक जवाब दे दिया और कहा कि पिछले कुछ दिनों से बैंक में लेनदेन ग्राहक ने नहीं किया इसलिए गिरवी सोने को बैंक प्रबंधन ने नीलाम कर दिया और नीलाम से बची राशि 83 हजार रूपए अरूण कुर्रे के खाते में होना बताया। ग्राहक का कहना है कि लोन का पैसा जमा करने के बाद उसे गिरवी रखा 15 तोला सोना वापस किया जाए।
नीलामी के पहले उसे बैंक प्रबंधन ने जानकारी क्यों नहीं दी। आखिरकार आज दोपहर परेाशन होकर अरूण कुर्रे सिविल लाइन थाने पहुंचा और बैंक प्रबंधन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। ज्ञात हो कि यह पहला मामला है जब बैंक प्रबंधन ने ग्राहक को बिना जानकारी दिए गिरवी सोना नीलाम कर दिया।