मेष - उगाही एवं प्रवास के लिए आज का दिन अच्छा है, ऐसा गणेशजी कहते हैं। व्यापार से सम्बंधित कार्यों के लिए लाभदायी दिवस है। घर में शुभप्रसंग का आयोजन होगा। शेयर- सट्टे में आर्थिक लाभ होगा।
दिनांक 23, 24 को आप अपने संबंधों को मजबूत करने का प्रयत्न करेंगे। मन में दृढ़ता और आत्मविश्वास का अनुभव करेंगे। आभूषण की खरीद होगी। आकस्मिक लाभ की स्थिति बनेगी। कड़ी मेहनत का पूरा मुआवजा मिलेगा।
कम समय में अधिक लाभ पाने के विचार में आप फँस न जाएँ इस का ध्यान रखिएगा। कोर्ट-कचहरी के विषय में न पडने की और किसी के जामीनदार न बनने की गणेशजी की सलाह है।
मेष(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो अ) आपके लिए यह वर्ष मध्यम रुप से फलदायी होने की आशा है। ग्रहों की गतियों पर सिलसिलेवार ढंग से नजर डालें तो अक्टूबर 2018 तक शुभ ग्रह के प्रभाव से आप एक विकसित दांपत्य जीवन का सुख उठा सकेंगे। जीवन साथी के साथ आपका तालमेल बढ़ेंगा। दोनों जन साथ मिलकर जवाबदारियों को निभाने का प्रयास करेंगे। इस समय के दौरान अविवाहित जातक अपने लग्न से संबंधित निर्णय ले सकते हैं। अगर आपका किसी के साथ प्रेम संबंध नहीं है तो इस अवधि में किसी खास व्यक्ति की ओर ओर आकर्षित होने से उसके साथ प्रेम संबंध की नींव रख सकते हैं। शनि आपके भाग्य स्थान में भ्रमण करेगा। भाग्य-वृद्धि हेतु शनि का प्रभाव विलंब द्वारा विघ्न पैदा करेगा। विलंब व बाधा के साथ ही नई चुनौतियों का सामना करने के लिए मानसिक तैयारियां रखें। विदेश यात्रा के आयोजन में भी विघ्न आने की आशंका है। मन-ही-मन आपको ऐसा लगता रहेगा जैसा नसीब मुंह फेरकर बैठा हो। कई बार कड़ी मेहनत करने पर भी भाग्य का साथ नहीं मिलने से अपेक्षित फल से वंचित रहने की शिकायत रहेगी। इस वर्ष के अंत तक राहु का चौथे स्थान में भ्रमण होगा। इससे इस समयावधि में बुजुर्गों से जुड़ी चिंता अधिक रहेगी। माता की ढीली तबीयत आपको चिंतित व परेशान रखेंगी। पारिवारजनों की झोली में भरसक खुशियां डालने पर भी आप यश प्राप्ति से वंचित रह जाएंगे। वर्ष के आरंभ में दांपत्य जीवन में छोटी-मोटी खटपट लगी रहेगी जिसके दौरान आपके बीच आत्मीयता भी बढ़ेंगी। मई महीने के प्रारंभ से अक्टूबर के अंतिम चरण तक आपके दशम स्थान में केतु के साथ मंगल की युति प्रोफेशनल मोर्चे पर चौकन्ने रहने की पूर्व सूचना दे रही है। खासकर कि दुश्मन और शत्रु आपको बदनीयत से आपको उकसाकर आपको गलत निर्णय लेने के लिए बाध्य कर सकते हैं। इस समय में आप जितना धैर्य रखेंगे उतना ही अधिक फायदे में रहेंगे। आपके स्वास्थ्य की बात करें तो वर्ष के आरंभ में जोड़ों में दुखाव, ज्ञान-तंतु, बीपी और पाचन से संबंधित बीमारियों के अधिक उग्र होने से आपकी कार्यक्षमता पर बुरा प्रभाव पड़ने की आशंका रहेगी।