• प्रधानमंत्री को 50 लाख लोगों के डीएनए सैम्पल भेजने की योजना

    पटना ! बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के डीएनए पर सवाल उठाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 50 लाख लोगों के डीएनए सैम्पल भेजने की योजना के तहत 30 अगस्त को स्वाभिमान रैली के दौरान पटना के गांधी मैदान में 90 काउंटर खोले जाएंगे। सत्तारूढ़ जनता दल (युनाइटेड) अब तक 15 लाख से ज्यादा लोगों के बाल और नाखून के नमूने एकत्र कर चुका है।

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    बिहार : स्वाभिमान रैली में डीएनए सैम्पल के लिए लगेंगे 90 काउंटर
    पटना !   बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के डीएनए पर सवाल उठाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 50 लाख लोगों के डीएनए सैम्पल भेजने की योजना के तहत 30 अगस्त को स्वाभिमान रैली के दौरान पटना के गांधी मैदान में 90 काउंटर खोले जाएंगे। सत्तारूढ़ जनता दल (युनाइटेड) अब तक 15 लाख से ज्यादा लोगों के बाल और नाखून के नमूने एकत्र कर चुका है। 

    बिहार के संस्कृति मंत्री श्याम रजक ने शुक्रवार को आईएएनएस को बताया कि अब तक 15 लाख से ज्यादा लोगों के बाल और नाखून के नमूने लिए जा चुके हैं। डीएनए जांच के लिए प्रधानमंत्री को 50 लाख लोगों के नाखून और बाल भेजे जाने की योजना है। 

    रजक ने कहा कि प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री के डीएनए पर सवाल उठाकर बिहार के स्वाभिमान को ठेस पहुंचाया है। इसलिए महागठबंधन द्वारा 30 अगस्त को गांधी मैदान में आयोजित स्वाभिमान रैली के दिन मैदान के अंदर नमूने इकट्ठा करने के लिए 90 काउंटर खोले जाएंगे, जहां लोग अपने नाखून और बाल के नमूने दे सकेंगे। 

    इधर, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के लालू प्रसाद और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रैली को सफल बनाने के लिए लगातार कोशिशों में जुटे हैं। लालू राज्य के विभिन्न क्षेत्रों का लगातार दौरा कर रहे हैं। 

    जद (यू) के प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा कि पार्टी के विधायक, सांसद और कार्यकर्ताओं को डीएनए जांच के लिए नमूने इकट्ठा करने का लक्ष्य दिया गया है, लक्ष्य पूरा करने के लिए वे अपने-अपने क्षेत्रों में नमूने इकट्ठा करने में लगे हुए हैं। 

    उल्लेखनीय है कि 25 जुलाई को प्रधानमंत्री मोदी ने मुजफ्फरपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धोखेबाज बताते हुए उनके राजनीतिक 'डीएनए में गड़बड़ी' की बात कही थी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को एक खुला पत्र लिखकर अपने शब्द वापस लेने का निवेदन किया था। कोई जवाब नहीं आने पर उन्हें 50 लाख लोगों के डीएनए सैम्पल भेजने की योजना बनाई गई है।

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