नई दिल्ली। डिफेंस कॉलोनी मार्किट में कनवर्जन शुल्क न चुकाने वाली दुकानों को सील करने के विरोध में रविवार को सड़क पर उतरे व्यापारियों के साथ आम आदमी पार्टी के नेता भी शामिल हो गए।
इस दौरान मार्केट एसोसिशन के साथ आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज, मदनलाल, अल्का लाम्बा और दक्षिणी निगम में नेता विपक्ष रमेश मटियाला समेत कई पार्षद और कार्यकर्ता भी व्यापारियों के साथ खड़े नजर आए। आप नेताओं ने वहां भाजपा शासित नगर निगम के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। निगम का पुलता फूंका और मार्केट की सीलिंग को पूरी तरह से अनुचित ठहराया। आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि व्यापारियों की दुकानों को यहां बिना किसी नोटिस के सील करने के लिए निगम के अधिकारी पुलिस को लेकर पहुंच गए।
यह तो प्राकृतिक न्याय व्यवस्था के खिलाफ है, व्यापारियों को तो उनका पक्ष रखने तक का मौका निगम ने नहीं दिया। भारद्वाज ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने पहले नोटबंदी करके व्यापारियों का धंधा चौपट किया फिर जीएसटी से तो छोटे व्यापारियों की कमर ही तोड़ दी और अब दिल्ली के छोटे व्यापारियों की दुकानों को सील कराके छोटे बाज़ारों को ख़त्म करना चाहती है ताकि बड़े उद्योगपतियों को बढ़ावा दिया जा सके और उनके शॉपिंग मॉल खुलवाए जा सकें ताकि उद्योगपतियों का धंधा चमकाया जा सके।
अभी तो सिफ़र् डिफेंस कॉलोनी में उन्होंने ऐसा किया है लेकिन ऐसा सुनने में आ रहा है कि जल्द ही साउथ एक्स, ग्रीन पार्क समेत पूर्वी दिल्ली और उत्तरी दिल्ली के बड़े बाजारों को इसी तरह से सील करने की योजना भाजपा शासित नगर निगम की तरफ़ से बनाई जा रही है। मास्टर प्लान 2021 के तहत जिन बाज़ारों को लॉकल शॉपिंग सेंटर की मान्यता दी जा चुकी है वहां की दुकानों को भी सील किया जा रहा है, करोड़ों रुपए में कन्वर्जन शुल्क ज़बरदस्ती वसूला जा रहा है।
भाजपा के नेता कुछ व्यापारियों की दुकान बचाने की एवज में उनसे लाखों रुपए ऐंठ रहे हैं, जिन्होंने सरकार को शुल्क भी जमा करा दिया है उनकी दुकानें भी सील की जा रही हैं, व्यापारियों के बीच एक डर का माहौल बनाकर उनकी मजबूरी का फ़ायदा उठाकर उन्हें लूटने का धंधा भाजपा के नेता पर्दे के पीछे चला रहे है। जबकि हक़ीकत यह है कि इसका समाधान बेहद ही आसाना तरीके से निकाला जा सकता है, अगर निगम में बैठी भाजपा इन सारे व्यापारियों के कन्वर्जन शुल्क आज माफ़ कर दे तो सुलझ सकता है, लेकिन वो ऐसा नहीं कर रहे हैं। भाजपा का मंशा यहां छोटे व्यापारियों के खिलाफ है।