जालंधर। पंजाब में नगर निगमों में भ्रष्टाचारियों के खिलाफ डंडा चलाने के बाद पंजाब के निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने अब इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट का रुख़ कर लिया है।
सिद्धू आज जालंधर इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट कार्यालय में अचानक पहुंचे। मंत्री के अचानक दफ्तर पहुंचने से एकदम अफरा-तफरी का माहौल बन गया। उन्होंने इंप्रूवमेंट ट्रस्ट चेयरमैन के दफ्तर में बैठकर मुलाजिमों और अधिकारियों की खिंचाई करते हुए कहा कि इंप्रूवमेंट ट्रस्ट इस समय इतना घाटे में चल रहा है लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इंप्रूवमेंट ट्रस्ट में रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार को लगाम लगाने के लिए हर प्रयास किए जाएंगे ।
उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान निकाय विभाग के अधिकारियों को सुधरने की चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्दी अधिकारियों और मुलाजिमों की सोच में बदलाव नहीं दिखाई दिया तो सभी को निलंबित कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस समय इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की हालत इतनी खराब हो गयी है कि इसका दिवाला निकलने वाला है।
सिद्धू ने कहा कि ट्रस्ट में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर पहुंच गया है। हालात यह बन चुके हैं कि बिना खसरा नंबरों की जमीनें भी अलाट करने का गोरखधंधा चलाया जा रहा है, जिसे बर्दाशत नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले 15 वर्षों से ट्रस्ट में लेखा परीक्षण नहीं हुओ जिसके कारण धन का दुरुपयोग किया गया और इसकी जांच की जा रही है।
उन्होंने कहा कि सरकारी कीमत से कम के भाव पर बहुत सारी जमीनें आवंटित करने के मामले भी सामने आ रहे हैं, जिनकी पड़ताल के बाद दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों और मुलाजिमों को सीधा घर का रास्ता दिखाया जाएगा। उन्होंने कहा कि कंगाली के कागार पर पहुंचे ट्रस्ट को बचाने के लिए हर तरह के प्रयास किए जाएंगे तथा ट्रस्ट के इन हालातों के जिम्मेवार अधिकारियों को नहीं बखशा जाएगा।
उल्लेखनीय है कि इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट ने 94 मरला योजना के लिए पंजाब नेशनल बैंक से करोड़ों रूपये का कर्ज लिया था लेकिन कर्ज नहीं चुका पाने के चलते बैंक ने ट्रस्ट की सम्पत्तियों को जब्त कर लिया है जिसमें स्थानीय गुरू गोविंद सिंह स्टेडियम भी शामिल है। बैंक जब्त की गयी सम्पत्तियों की नीलामी करने की तैयारी कर रहा है।
नगर निगम जालंधर के अधिकारियों को भी सुधरने की नसीहत देते हुए श्री सिद्धू ने कहा कि जालन्धर नगर निगम में 122 करोड़ तथा अमृतसर नगर निगम में 225 करोड़ रुपये की घपलेबाजी का पता चला है, जिसकी छानबीन के बाद संबधितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।