नई दिल्ली। वक्फ संशोधन बिल बुधवार को लोकसभा में पेश हुआ। जहां, विपक्षी सांसदों ने जमकर हंगामा किया। भाजपा नेताओं ने वक्फ संशोधन बिल को देश के लिए हितकारी बताया। साथ ही विपक्ष के विरोध की आलोचना की।
भाजपा नेता शाजिया इल्मी ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "वक्फ बोर्ड मैनेजमेंट से भष्टाचार, बदइंतजामी, अवैध कब्जे, जमीनों का हड़पने का मामला लगातार जुड़ा रहा है। उसमें सुधार की जरुरत थी। वक्फ बोर्ड के कई चेयरपर्सन ने समय-समय पर वक्फ के कामकाज पर सवाल उठाए हैं। वक्फ का मतलब इंसाफ और गरीबों लिए मदद है। लेकिन इससे जुड़ा कोई काम नहीं हो रहा है। देश के गरीब मुसलमान, विधवाएं और पसमांदा मुसलमानों के लिए कुछ नहीं किया गया। वक्फ में सुधार के लिए वक्फ संशोधन बिल को लाया गया है। आज का दिन ऐतिहासिक है।"
वक्फ जेपीसी के अध्यक्ष एवं भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने कहा, "वक्फ की संपत्तियों का फायदा गरीब और जरूरतमंद मुसलमानों को मिलना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसका फायदा पढ़ाई, महिलाओं और बच्चों को नहीं मिला। आज सरकार पारदर्शी रूप से वक्फ पर कानून लेकर आई है, जिस पर चर्चा हो रही है। भविष्य में वक्फ की सारी संपत्ति डिजिटल रूप से मौजूद होंगी, रजिस्ट्रेशन होगा, जिसका फायदा जरूरतमंदों को होगा।"
भाजपा प्रवक्ता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, "देश के अमृत काल में वक्फ पर मंथन चल रहा है। मुझे पूरा भरोसा है कि इसका हल निकलेगा। यह संवैधानिक मामला है और संवैधानिक रूप से ही इसका हल निकलेगा। कुछ लोग इस संवैधानिक सुधार पर सांप्रदायिक हमला करके हाइजैक करने की कोशिश कर रहे हैं, वो कभी भी सफल नहीं होंगे। यह जमीन का कानून है, कोई आसमानी ख्वाब नहीं है कि इसमें सुधार नहीं किया जा सकता है। देश ने सती प्रथा, बाल विवाह और तीन तलाक जैसी कुरीतियों में सुधार किया है और इसमें भी करेगा।"