पटना। राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने रविवार को प्रदेश में इफ्तार पर जारी सियासत पर कहा कि इस विषय पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। मुस्लिम संगठनों की अगर कोई शिकायत है तो वह अलग बात है, लेकिन इफ्तार का विरोध करना और किसी के आमंत्रण पर सार्वजनिक रूप से यह कहना कि हम शामिल नहीं होंगे, उचित नहीं है।
बिहार की राजधानी पटना में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उपेंद्र कुशवाहा ने विपक्ष द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अगंभीर मुख्यमंत्री बताए जाने पर कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है। विपक्ष मुद्दा विहीन हो चुका है। राजद का वश चले तो किसी पर कुछ भी आरोप लगा दे, जो मन में आए वह बोले। यह सभी को मालूम है कि विपक्ष बिहार में मुद्दाविहीन है। यही कारण है कि ये अनर्गल बातें बोलते रहते हैं या पोस्टर लगाते हैं।
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के मंदिर जाने पर टीका लगाने और इफ्तार पर टोपी पहनकर जाने पर कुशवाहा ने कहा कि ये दिखावे वाले लोग हैं। सही में वे न तो हिंदुओं के हैं, न मुसलमानों के। बस अपने स्वार्थ में और निजी कार्यों के लिए जो भी कुछ होता है, वे करते हैं। यह राजद के लोगों का इतिहास है।
उन्होंने कहा कि विपक्षी नेता जनता को दिग्भ्रमित कर ताकत लेते हैं और अपनी तिजोरी भरते हैं, यही उनका रवैया है।
उल्लेखनीय है कि एक प्रमुख मुस्लिम संगठन ने मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित इफ्तार पार्टी में नहीं जाने का निर्णय लिया है। उसने वक्फ (संशोधन) विधेयक पर जनता दल (यूनाइटेड) के समर्थन का मुद्दा उठाते हुए एनडीए के सहयोगी दलों के ईद मिलन, इफ्तार और अन्य आयोजनों के बहिष्कार की घोषणा की है।