पटना। संभल में सड़क पर नमाज पढ़ने को लेकर सियासी पारा हाई है। अब इस मामले में केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान का बयान सामने आया है। एक निजी समाचार चैनल पर एक टॉक शो में जब चिराग पासवान से सवाल किया गया कि संभल में सड़क पर नमाज़ पर रोक लगा दी गई। लोगों का कहना है कि अगर ईद के पहले एक दिन पढ़ ही लिया तो क्या ही सड़क घिस थोड़े जाएगी। आपका इस पर आपकी राय क्या है? तो चिराग पासवान ने इसका जवाब देते हुए कहा कि मुझे लगता है सब फालतू की बातें इस पर चर्चा भी नहीं करनी चाहिए. कोई मतलब नहीं बनता इन सारी बातों का।
चिराग से सवाल किया गया कि चिराग जिसको आप फालतू बात बता रहे हैं, वो तो आपके ही सहयोगी दल के लोग कर रहे हैं ना। जिसपर चिराग ने कहा कि मैं सहमत नहीं हूं। मैं यही तो जिक्र कर रहा हूं. देखिए मैं 21वीं सदी का पढ़ा-लिखा हूं. मैंने जब इफ्तार दिया मैं तिलक लगा के गया हूं. अब उसको लेकर अगर ये विवाद खड़ा किया जाए. तो ये व्यक्ति आस्था का विषय है. कइयों की आस्था होती है कइयों की नहीं होती, कितने हिंदू हैं जो तिलक नहीं लगाते हैं तो क्या वह हिंदू नहीं है, लेकिन यह सारी व्यक्ति आस्था का विषय है जिसे सार्वजनिक रूप से या फिर धार्मिक आधार पर सामान्यीकृत करने का प्रयास क्यों किया जा रहा है?.
अब चिराग के इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे है। चर्चा तो ये भी हो रही है कि कहीं बिहार में एनडीए में खटपट तो नहीं है। जिसकी वजह से चिराग का ये बयान आया है क्योंकि मोदी सरकार के एक और मंत्री जयंत चौधरी भी संभल-मेऱठ में नमाज के मसले पर इशारों-इशारों में बीजेपी पर हमला बोल चुके हैं। बहरहाल ये तो आने वाले वक्त में साफ हो जाएगा।