मुंबई। महाराष्ट्र अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष प्यारे खान ने भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा द्वारा ईद के मौके पर वितरित की जा रही 'सौगात-ए-मोदी' किट को एक बेहतरीन पहल बताया है। उन्होंने समाचार एजेंसी आईएएनएस से कहा कि सरकार जो कहती है, वह करती है।
प्यारे खान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नारा 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' इसी सोच को दर्शाता है। यह पहल समाज के सभी लोगों को साथ लेकर चलने का उदाहरण है।
प्यारे खान ने कहा कि भाजपा में कुछ लोग नफरत फैलाने वाले हो सकते हैं, लेकिन पूरी पार्टी ऐसी नहीं है। हर पार्टी में 1-2 प्रतिशत लोग होते हैं, जिनकी मानसिकता अलग होती है, लेकिन उनकी वजह से पूरी पार्टी को दोषी नहीं ठहराया जा सकता।
उन्होंने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का उदाहरण देते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कभी नफरत की भाषा का प्रयोग नहीं किया। भाजपा में भी बहुत अच्छे लोग हैं।
प्रधानमंत्री मोदी के नागपुर दौरे को लेकर प्यारे खान ने बताया कि उन्हें पास मिला है और वह मोदी जी से मुलाकात करेंगे। उन्होंने बताया कि इससे पहले भी वह दो बार प्रधानमंत्री से मिल चुके हैं। उन्होंने कहा, "पीएम मोदी के ओएसडी हिरेन जोशी से मैंने हजरत बाबा ताजुद्दीन ट्रस्ट की ओर से उनके नागपुर आगमन को लेकर अनुरोध किया था। तब उनकी ओर से जवाब आया था कि अगली बार वह जरूर आएंगे।"
नागपुर हिंसा को लेकर अल्पसंख्यक आयोग के पास कुछ शिकायतें आई हैं, जिसमें बेगुनाह लोगों पर कार्रवाई का आरोप लगाया गया है। इस पर प्यारे खान ने कहा, "कुछ लोगों ने हमें सबूत के तौर पर वीडियो दिखाए हैं, जिसमें दावा किया गया कि वे घटना के समय वहां मौजूद नहीं थे। हमने पुलिस से चर्चा की है कि निर्दोष लोगों को गिरफ्तार न किया जाए, केवल दोषियों पर कार्रवाई हो।"
उन्होंने बताया कि इस संबंध में नागपुर पुलिस कमिश्नर, एडिशनल सीपी और क्राइम डीसीपी से बातचीत हो चुकी है और निष्पक्ष जांच की अपील की गई है। अल्पसंख्यक आयोग ने सभी समुदायों से अपील की है कि वे शांति बनाए रखें और कानून का पालन करें। नागपुर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।