बैंकॉक। म्यांमार और थाईलैंड में शुक्रवार को लगे भूकंप के तेज झटकों के बाद भारी तबाही हुई। इस शक्तिशाली भूकंप में इमारतों, पुल और बांध को नुकसान हुआ है। दो सबसे अधिक प्रभावित शहरों से विचलित करने वाला मंजर सामने आया है। रिक्टर स्केल पर 7.7 तीव्रता के इस भूकंप का केंद्र म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले के पास था।
दोपहर करीब 12 बजे लगे झटकों के कुछ ही देर बाद 6.4 तीव्रता का भूकंप भी आया। गृहयुद्ध में उलझे देश म्यांमार में जानमाल का कितना नुकसान हुआ है, इस संबंध में प्रमाणिक आंकड़े सामने नहीं आए हैं। आधिकारिक बयान के तौर पर म्यांमार की सैन्य सरकार के प्रमुख ने मरने वाले लोगों की संख्या बताई। सूत्रों के अनुसार कम से कम 150 से अधिक लोग मारे गए और 700 अन्य घायल हुए हैं।
देखते ही देखते कुछ ही पलों में आसमान छूती इमारतें ताश के पत्तों की तरह बिखर गईं। हर ओर चीख-पुकार और तबाही का मंजर था, जिसे देखो वो अपनी और अपनों की जान बचाने के लिए इधर-उधर भाग रहा था। म्यांमार के मंडाले से भूंकप का खौफनाक वीडियो सामने आया है, जहां, मंडाले अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विमान की लैंडिंग से ठीक पहले भूकंप से बचने के लिए लोग एयरपोर्ट पर जमीन पर लेटकर खुद को बचाने की कोशिश करते दिखे। विमान कर्मी यात्रियों के साथ उन्हें बाहर निकालने की कोशिश कर रहे थे।
शुक्रवार को म्यांमार में 7.7 और 6.4 तीव्रता के दो लगातार भूकंप आए। दावा किया जा रहा है कि म्यांमार के मांडले में इरावदी नदी पर बना सुप्रसिद्ध अवा ब्रिज गिर गया है। भूकंप में कई इमारतों को भी नुकसान पहुंचा है।
भूकंप इतना तेज था कि करीब 900 किलोमीटर दूर बैंकॉक में भी इसके झटके महसूस किए गए। भूकंप की वजह से थाईलैंड और म्यांमार के पूलों से पानी बहने लगा।