— नित्य चक्रवर्ती
ट्रम्प की योरोप को खुली चुनौती का सामना करने के लिए, यूरोपियन आयोग(ईसी) अपने स्वयं के संसाधनों के आधार पर पुनरुद्धार के लिए अपना रोडमैप सामने लायेगा। इसी के सुधार कार्यक्रम में एक बचत और निवेश संघ की स्थापना करना शामिल है ताकि यूरोपीय संघ के परिवारों की 3000 लाख यूरो की नकदी जो सालाना महाद्वीप से बाहर जाती है, उसे घर पर निवेश किया जा सके।
डोनाल्ड ट्रम्प के दूसरे कार्यकाल के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने और पदभार ग्रहण करने के पहले दिन उनकी नीतिगत घोषणाओं के एक सप्ताह के अन्दर उनका असर हर देश पर अलग-अलग पड़ा है, लेकिन यूरोपीय संघ के देशों, खासकर जर्मनी और फ्रांस में यह सबसे ज़्यादा दहशत का विषय है। गत 23 जनवरी को यह प्रक्रिया और भी तेज़ हो गई, जब ट्रम्प ने डावोस में विश्व आर्थिक मंच के साथ बातचीत के दौरान अपनी नीतियों के बारे में विस्तार से बताया।
यूरोपीय वर्चस्व वाले वर्ल्ड इकानामिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) के सदस्य, जिन्होंने 20 जनवरी को अपना पांच दिवसीय वार्षिक सत्र शुरू किया था, 23 जनवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ वीडियो सत्र का इंतजार कर रहे थे, क्योंकि सीईओ को अपने स्पष्टीकरणों पर अमेरिकी राष्ट्रपति से सीधे जवाब पाने का अवसर की उम्मीद थी। उन्हें वह अवसर मिल गया और बड़बड़ाहट के बीच, यूरोपीय सीईओ का मूड निराशा और मोहभंग का था। यूरोप पहले से ही अपने निराशाजनक आर्थिक दौर का सामना कर रहा है और ऐसा लगता है कि यह प्रक्रिया लंबी चलेगी।
उन्होंने नाटो देशों से रक्षा खर्च को सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 5 प्रतिशत तक बढ़ाने के लिए अपना आह्वान दोहराया। जब तक कि उन्होंने चुनौती नहीं दी थी, तब तक कई राष्ट्रों ने उनके पहले कार्यकाल के दौरान 2प्रतिशत जीडीपी लक्ष्य को भी पूरा नहीं किया था। ट्रम्प ने कहा: 'यह केवल 2प्रतिशत पर था और अधिकांश देशों ने मेरे आने तक भुगतान नहीं किया। मैंने जोर दिया कि वे भुगतान करें, और उन्होंने किया, क्योंकि संयुक्त राज्य अमेरिका वास्तव में उस समय अंतर का भुगतान कर रहा था।'
उन्होंने घोषणा की कि अमेरिका 'अन्य देशों से सम्मान की मांग करना' शुरू करेगा, और उसके साथ ही उन्होंने केनेडा और यूरोपीय संघ का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि केनेडा अमेरिका का 'एक राज्य' बन सकता है, जो केनेडा के साथ अमेरिका के व्यापार घाटे को खत्म करने का एक तरीका है। 'हमें उनकी कारों की ज़रूरत नहीं है और हमें उनकी लकड़ी की भी ज़रूरत नहीं है।' यूरोपीय संघ के बारे में उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि ब्लॉक द्वारा अमेरिका के साथ 'बहुत, बहुत अनुचित' व्यवहार किया गया है। 'वे हमारे कृषि उत्पाद नहीं लेते हैं और वे हमारी कारें नहीं लेते हैं। फिर भी वे हमें लाखों की संख्या में कारें भेजते हैं,' उन्होंने कहा।
उन्होंने सऊदी अरब और तेल उत्पादक कार्टेलओपेक से तेल की कीमतों में कटौती करने का आग्रह किया, और दावा किया कि इससे यूक्रेन में युद्ध समाप्त हो जायेगा। उन्होंने कहा, 'उन्हें यह बहुत पहले ही कर देना चाहिए था। वास्तव में, कुछ हद तक, जो कुछ हो रहा है, उसके लिए वे बहुत ज़िम्मेदार हैं।' ट्रम्प के भाषण के बाद तेल की कीमतों में गिरावट आई।
उन्होंने कहा कि अमेरिका को अपने ऊर्जा उत्पादन को दोगुना करने की ज़रूरत है, आंशिक रूप से कृत्रिम बुद्धिमत्ता को बढ़ावा देने के लिए। ट्रम्प ने कहा कि वे नये बिजली संयंत्रों के लिए मंज़ूरी को तेज़ करेंगे, जिन्हें कंपनियां अपने संयंत्रों के बगल में लगा सकती हैं- ऐसा कुछ जो वर्तमान में नियमों के तहत संभव नहीं है। चिंताजनक रूप से, उन्होंने घोषणा की कि कंपनियां अपनी इच्छानुसार किसी भी चीज़ से इसे ईंधन दे सकेंगी, और बैकअप के रूप में कोयला, 'अच्छा, स्वच्छ कोयलाÓ रख सकेंगी।
ट्रम्प की व्हाइट हाउस में वापसी ने पूरे यूरोप में आत्ममंथन की लहर पैदा कर दी है। उनके अमेरिका फर्स्ट सिद्धांत और यूरोपीय संघ के सामान पर टैरिफ की धमकी ने यूरोप के अभिजात वर्ग को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि वे अमेरिका के साथ बढ़ती आर्थिक खाई को कैसे पाट सकते हैं- और अतिरिक्त सैन्य व्यय के लिए आवश्यक अरबों का प्रबंध कैसे कर सकते हैं। डब्ल्यूईएफ पर यूरोपीय सीईओ का प्रभुत्व है। उनके अमेरिकी कंपनियों के साथ अच्छे संबंध हैं। उनमें से कई के पास यूरोपीय देशों में उत्पादन सुविधाएं हैं, जिससे नौकरियों का सृजन होता है और जीडीपी वृद्धि बढ़ती है। अब ट्रम्प ने डावोस बैठक में घोषणा की कि अमेरिकी कंपनियों से भी यूरोप में उनके उत्पादित सामान के अमेरिका को निर्यात के लिए शुल्क लिया जायेगा। उन्हें अमेरिका लौटने और अपने देश में सुविधाएं स्थापित करने के लिए कहा गया है।
अगर ट्रम्प के इस उपाय को अंतत: यूरोप में गति मिलती है तो इसका मतलब यूरोपीय संघ के सदस्यों की पहले से ही अपंग अर्थव्यवस्थाओं को और अधिक झटका लगेगा। यूरोपीय आयोग के पास पहले से ही यूरोपीय सेंट्रल बैंक के पूर्व अध्यक्ष मारियोड्रेगी द्वारा तैयार की गयी एक रिपोर्ट है, जिसमें कहा गया है कि यूरोप में उत्पादकता 'बहुत कमज़ोर' है और गहन एकीकरण तथा समन्वित निवेश की तत्काल आवश्यकता है।
2025 के लिए संकेत पहले से ही चिंताजनक थे, लेकिन अब ट्रम्प की नीति घोषणाओं ने उभरते परिदृश्य को और खराब कर दिया है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने 2025 में यूरो क्षेत्र में एक प्रतिशत के मुकाबले अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए 2.7 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया है। जर्मनी की जीडीपी पिछले दो वर्षों से सिकुड़ रही है। स्थिति अनिश्चित है क्योंकि राष्ट्रीय चुनाव 23 फरवरी को होने वाले हैं। इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि एक स्थिर गठबंधन बनेगा।
डावोस में अनगिनत बातचीत में, व्यापारिक नेताओं और राजनेताओं ने यूरोपीय संघ के सामने आने वाली समस्याओं को उजागर किया: फ्रांस और जर्मनी की मुख्य अर्थ व्यवस्थाओं में ठहराव और अमेरिकी तकनीकी दिग्गजों से प्रतिस्पर्धा करने में विफलता से लेकर लोक लुभावनवाद का उदय और यूक्रेन युद्ध तक। यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुलावॉनडेरलेयेन ने फोरम में कहा कि 'पिछले 25 वर्षों में यूरोप ने अपने विकास को आगे बढ़ाने के लिए वैश्विक व्यापार के बढ़ते ज्वार पर भरोसा किया है। इसने रूस से सस्ती ऊर्जा पर भरोसा किया है और यूरोप ने अक्सर अपनी सुरक्षा को आउटसोर्स किया है। लेकिन वे दिन चले गये हैं।'
डावोस में ट्रम्प के भाषण के बाद यह भावना घर कर गयी है कि यूरोप को ट्रम्प से खुद की रक्षा करनी होगी। पिछले दो साल से अमेरिका के संदर्भ में ऐसी चर्चा चल रही है, लेकिन यूरोपीय गर्वित हैं और उनके सीईओ अभी भी सोचते हैं कि उनके पास बदलाव लाने के लिए सबसे अच्छा दिमाग है, हालांकि ड्रैगी की रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि यूरोपीय संघ की कंपनियां पिछले पचास वर्षों में एक भी 100 अरब यूरो की कंपनी नहीं बना पाई हैं, जबकि अमेरिका ने उस अवधि के दौरान 10 खरब यूरो से अधिक मूल्य की छह कंपनियां बनाई हैं।
अगले सप्ताह, ट्रम्प की योरोप को खुली चुनौती का सामना करने के लिए, यूरोपियन आयोग(ईसी) अपने स्वयं के संसाधनों के आधार पर पुनरुद्धार के लिए अपना रोडमैप सामने लायेगा। इसी के सुधार कार्यक्रम में एक बचत और निवेश संघ की स्थापना करना शामिल है ताकि यूरोपीय संघ के परिवारों की 3000 लाख यूरो की नकदी जो सालाना महाद्वीप से बाहर जाती है, उसे घर पर निवेश किया जा सके। यूरोप से धन और कंपनियों के प्रवाह को रोकने के लिए एक पूंजी बाजार संघ पर भी विचार किया जा रहा है। ट्रम्प के हमले का मुकाबला करने के लिए यूरोपीय संघ को आखिरकार तत्काल कार्रवाई कार्यक्रम की आवश्यकता का एहसास हुआ है। आने वाला समय बतायेगा कि यह कारगर है या नहीं।