शिमला ! हिमाचल प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गुरुवार को उन आरोपों को खारिज किया जिनमें कहा गया है कि राज्य सरकार एक बहुद्देश्यीय स्टेडियम का निर्माण करने के लिए शिमला के अनाडेल मैदान पर कब्जा पाना चाहती है। भाजपा के महासचिव जे.पी. नड्डा ने कहा कि अनाडेल मैदान पर स्टेडियम बनाने के लिए राज्य सरकार के पास कोई प्रस्ताव नहीं है।
उन्होंने पत्रकारों से कहा, "राज्य सरकार ने इस मैदान पर किसी खेल गतिविधि अथवा क्रिकेट स्टेडियम के लिए किसी अभियान का कभी भी समर्थन नहीं किया है।" महासचिव ने हालांकि, यह स्पष्ट किया कि मैदान को सेना से हासिल करने के लिए राज्य सरकार कोई समझौता नहीं करेगी।
राज्यसभा के सांसद नड्डा ने कहा, "सरकार और भाजपा ने केवल सेना से अन्नाडेल मैदान को वापस पाने की बात की है. मैदान पर क्रिकेट स्टेडियम बनाने के लिए सरकार की तरफ से कोई प्रस्ताव नहीं है।"
उन्होंने कहा, "इस बीच चीजें बहुत आगे निकल गई हैं। मैदान पर राज्य सरकार का एक बार कब्जा हो जाने के बाद इस पर व्यावहारिक रूप से निर्णय लिया जाएगा।"
सेना की विज्ञप्ति में मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और सरकार पर आरोप लगने के बाद कोई भी कड़ी प्रतिक्रिया देता।
भाजपा नेता ने कहा कि मैदान का मसला संवेदनशील हो जाता लेकिन इस मसले को मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के साथ उठाया है और सेना ने भी कहा है कि वह आरोप को सत्यापित करने के बाद कार्रवाई करेगी।
वहीं, भाजपा के उपाध्यक्ष शांता कुमार ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा एक क्रिकेट स्टेडियम से बड़ा है। उन्होंने पार्टी नेताओं से सेना के खिलाफ बयान देने से बचने के लिए कहा।
उल्लेखनीय है कि धूमल ने सोमवार को इस मसले को प्रधानमंत्री मनमोहन के समक्ष उठाया। उन्होंने यह भी कहा कि यदि सेना उनसे माफी नहीं मांगती तो वह मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे। सेना ने आरोप लगाया है कि हिमाचल सरकार अनाडेल मैदान को हड़पना चाहती है।